AADAT, TERE INTZAAR KI
NO ; SHE IS MINE
HEY FRIENDS, THIS IS MY UPCOMING NOVEL.(for more click on this picture)
Sunday, December 8, 2013
इंतज़ार
तेरे
इंतज़ार कि इससे बड़ी शहादत क्या दू तुझे
नज़रें लगी रहती है मुझ तक पहुंचनी वाली हर राह पर !!!!
पाया है हम ने
भूल
भी
जाता
तुझे
एक
बार
यदि
खोया
होता
कुछ
भी
हम
ने
तेरे
प्यार
में
यहाँ
तो
आँसू
बहा
कर
"
पाया
है
हम
ने
खुद
को
"
तेरे
उस
प्यार
में!!!!!
मुद्दते
" भले ही मुद्दते गुजर गयी हो तुझे मुझ से अजनबी बने हुए
पर आज भी वास्ता है तेरी उस आखरी मुलाकात से!!!!!!"
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