Saturday, September 17, 2011
Wednesday, September 14, 2011
तमन्ना
तमन्ना थी तेरा हर पल ख़ुशी से भर दू.....
तमन्ना तन्हाई बन कर रह गयी.,
चाहत दूरी बन कर रह गयी ....
तुझे ही देखा हर पल मे .,तमन्ना थी तेरा हर पल गुलाबो से भर दू.,
पर गुलाबो की मुस्कराने की तमन्ना अधूरी ही रह गयी......
अब तो गुलाब की हर कली मुरझा गयी है .,
प्यार और तकदीर के इस खेल मे हर तमन्ना अधूरी रह गयी है .............
Sunday, September 11, 2011
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