तमन्ना थी तेरा हर पल ख़ुशी से भर दू.....
तमन्ना तन्हाई बन कर रह गयी.,
चाहत दूरी बन कर रह गयी ....
तुझे ही देखा हर पल मे .,तमन्ना थी तेरा हर पल गुलाबो से भर दू.,
पर गुलाबो की मुस्कराने की तमन्ना अधूरी ही रह गयी......
अब तो गुलाब की हर कली मुरझा गयी है .,
प्यार और तकदीर के इस खेल मे हर तमन्ना अधूरी रह गयी है .............
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